His Sweet Angel - 1 Riya Sirswa द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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His Sweet Angel - 1

Mumbai ।

ये वो सपनो का शहर है जो कभी सोता नही । और ना ही कभी रुकता है । लेकिन इस सपनो के शहर में होने वाले हादसे भी कम नही है ।

एक सुनसान सा रास्ता जंहा पर एक कार को कुछ लोगो ने घेर रखा था । उस कार में मौजूद कपल के चहेरे पर डर के भाव थे । उस लड़के की हालत टाओ पहले से ही कुछ ठीक नही लग रही थी ।

वहीं कार के बाहर मौजूद उन आदमियों में से एक ने अपना फोन निकाला औऱ किसी को कॉल लगा दिया । कुछ रिंग्स के बाद ही कॉल पिक हुआ । तो वो आदमी बोला, “ बॉस वो लोग मिल गए । लेकिन उस आदमी की हालत ठीक नही है ।”

उसने ये कहा ही था कि अचानक से एक गोली चली जो कार के शीशे को तोड़ते हुए सीधा उस लड़के के माथे पर जा लगी । और इसी के साथ वो लडकी चीख पड़ी ।

वो चीख और गोली की आवाज सुनते ही वो फोन के दूसरी तरफ मौजूद आदमी सर्द आवाज में बोला, “ क्या किया तुम लोगो ने अभी । ध्यान रहे उन्हें कुछ नही होना चाहिए ।”

उस सबऑर्डिनेट ने डरते हुए कहा, “ सर, वो,, वो आदमी मर चुका है ।”

उसकी बात सुनकर उस आदमी की आवाज कुछ औऱ सर्द हो गयी औऱ वो बोला, “ उस लड़की को अगर कुछ हुआ तो तुम सब को जीते जी नरक औऱ यमराज के दर्शन करवा दूंगा मैं । उसे सही सलामत ले कर आओ । “

उस आदमी ने डरते हुए हामी भर दी । वह जानता था उसका बॉस कैसा इंसान था । असल में वह इंसान नहीं हैवान था । उसे ना तो किसी की मौत से फर्क पड़ता था और ना ही किसी के दुख से । वह एक ऐसा आदमी था जो सिर्फ खुद से मतलब रखता था । और उसे जो चाहिए होता था वह उसे किसी भी कीमत पर हासिल कर लेता था।  फिलहाल तो उसके सबोर्डिनेट्स यह नहीं समझ पा रहे थे कि अचानक से ही उसने एक मामूली कपल को अपना निशाना क्यों बना लिया था ।

वह लड़की गाड़ी में बैठी । अपने हस्बैंड की लाश को लिए रो रही थी । उसकी आंखों से बेइंतहा आंसू बह जा रहे थे । उसका प्यारा सा चेहरा रोने की वजह से लाल हो चुका था । आंखें इतनी लाल हो गई थी कि यूं लग रहा था मानो उनमें से आग बरस रही हो । और आंसुओं का तो हिसाब ही नहीं था ।

उस आदमी ने एक गार्ड को इशारा किया । उस गार्ड ने जाकर तुरंत गाड़ी का दरवाजा खोला । इस बीच उन्होंने उस गाड़ी को पूरी तरह से कर कर रखा था । वो नही चाहते थे कि कोई चूक हो । औऱ उन्हें अपने बॉस के हाथों मौत के घाट उतरना पड़े । 

जैसे ही दरवाजे की आहट हुई उस लड़की ने डर के साथ उस आदमी को देखा । जिसने दरवाजा खोला था । उस आदमी ने उसका हाथ पकड़ा और उसे खींचने को हुआ । कि तभी उस दूसरे आदमी की आवाज आई । जो अभी अपने बॉस से बात कर रहा था, “ ध्यान रहे उसे खरोच भी ना आए । अगर उसे जरा खरोंच एऐ तो तुम्हारी जान पर बन आएगी ।”

वह आदमी कुछ घबरा गया था । अपने बॉस की हकीकत से वहां मौजूद कोई भी इंसान अनजान नहीं था ।

उस लड़की ने अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करते हुए, रोते हुए गिड़गिड़ाते हुए कहा, “ छोड़ो मुझे । कौन हो तुम लोग । क्या दुश्मनी है तुम्हारी मुझसे । क्यों मारा मेरे पति को । और अगर मुझे भी मारना है तो मार दो । प्लीज छोड़ो मुझे ।”

वह अब भी बेहिसाब रोए जा रही थी । उसकी कही बातों में दर्द था । वह सुबकते हुए अपनी बात जारी किए हुए थी । उसने उस आदमी से इस बार कुछ तेज आवाज में कहा, “मैंने कहा छोड़ो मुझे । मैं तुम्हारे साथ कहीं नहीं जाने वाली हूं । मुझे मार डालो यहीं पर । हाथ मत लगाओ मुझे ।”

उस आदमी ने जब यह देखा कि वह लड़की ऐसे काबू में नहीं आएगी तो उसने अचानक ही अपना हाथ बढ़ाया और अचानक से उस लड़की के कान के पीछे उसकी एक नस को दबा दिया । और वह लड़की बेहोश होकर उस आदमी के हाथों पर झूल गई ।

उस आदमी ने तुरंत ही उस लड़की को अपनी गोद में उठाया और ले जाकर दूसरी गाड़ी में बैठा दिया ।

उन सब के हेड जिसका नाम विक्टर था । और जो अभी अपने बॉस से बात करके अपने आदमियों को इंस्ट्रक्शन दे रहा था, उसने उन सब सबोर्डिनेट को देखते हुए कहा, “ ध्यान रहे किसी को पता ना लगे यहां क्या हुआ था । और जो हमें नहीं पता है उसके बारे में पता करो । किसी को भी कोई सुराख नहीं मिलना चाहिए ।”

उन सारे गार्ड्स में एक साथ हामी भरी । और विक्टर वहां से दूसरी गाड़ी लेकर निकल गया । जिसमें वह लड़की थी । विक्टर के दिमाग में यही चल रहा था कि आखिर इस बार उसका हैवान बॉस इस लड़की को अपना शिकार बनाने की फिराक में था ।

कहीं ना कहीं उसे उस लड़की पर तरस भी आ रहा था । लेकिन उसके दिमाग में इसके साथ ही कुछ और बातें भी चल रही थी । वह काफी उलझा हुआ था । वैसे भी उसे पता था कि उसका बॉस कब क्या करता था यह किसी को नहीं पता होता था । इसलिए उसने आखिर में अपने सारे ख्यालों को झटक दिया । और सिर्फ आर्डर फॉलो करने का सोच लिया ।

लगभग डेढ़ घंटे की लंबी दूरी तय करने के बाद गाड़ी रुकी । विक्टर ने बाहर की तरफ देखा । जहां एक आलीशान सा बंगला उस अंधेरी रात में जगमगा रहा था । वह पूरा सफेद और ग्रे कलर की शेड में था । उस घर को देखते ही इतनी कोल्ड वाइब आ रही थी कि कोई उसे घर के आसपास भटकना तक पसंद ना करें ।

विक्टर ने एक नजर पीछे की सीट पर देखा । जहां वह लड़की बेहोश पड़ी थी।  उसने गहरी सांस ली और गाड़ी मेंशन के अंदर बढ़ा दी । उसने गाड़ी पार्किंग में लगाई।  और गाड़ी से बाहर निकला । और पीछे की सीट का दरवाजा खोलते हुए उसने उस लड़की को अपनी गोद में उठा लिया । और उसे लेकर मेंशन के अंदर की तरफ बढ़ गया ।

विक्टर उस लड़की को अपनी गोद में लिए अंदर आया और उसकी नजर सामने हॉल में किसी राजा की तरह सोफे पर बैठे अपने बॉस पर गई । उसकी ग्रे कलर की आंखें विक्टर को ही घूर रही थी । विक्टर अचकचा गया । आखिर उसने क्या गलत किया था ।

लेकिन तभी उसने महसूस किया कि उसने शायद उस लड़की को अपनी गोद में उठकर सबसे बड़ी गलती कर दी थी । उसने तुरंत ही उस लड़की को ले जाकर हॉल में सोफे पर लेटा दिया ।

और अपने दोनों हाथ आगे बांधकर सर झुका कर खड़ा हो गया ।

उस आदमी ने एक नजर विक्टर को घूर कर देखा और फिर उसकी नजर उस लड़की पर जाकर रुकी । उसका चेहरा अब भी कुछ गुलाबी रंगत लिए हुए था । गालों पर आंसू के निशान साफ नजर आ रहे थे । उस आदमी ने विक्टर को देखा और अपनी गहरी और सर्द आवाज में बोला, “क्या खबर है ।”

विक्टर ने कुछ घबराते हुए कहा, “सर इनके साथ मौजूद उस आदमी, ।”

उस आदमी ने विक्टर को हाथ दिखाकर रोकते हुए कहा, “ वह नहीं । जिसके बारे में जानना चाहता हूं वह बताओ ।”

विक्टर ने बस ना मे गर्दन हिला दी । उस आदमी ने गुस्से से अपनी मुट्ठियां कस के भींच ली । उसकी ग्रे कलर की आंखों में गुस्सा साफ नजर आ रहा था । वह किसी मौत के देवता से कम नजर नहीं आ रहा था । यूं तो देखने में बेहद ही हैंडसम और चार्मिंग था वह । लेकिन उसकी आंखें किसी को भी डराने के लिए काफी थी । चेहरे पर अक्सर शांत भाव होते थे । लेकिन उससे भी ज्यादा गुस्से के भाव ज्यादा नजर आते थे ।

उसकी गहरी कत्थई सी आंखें, तीखे नैन नक्श, शार्प जो लाइन और चेहरे पर हल्की दाढ़ी के साथ हमेशा सेट बाल । फिटेड बॉडी और उसके मसल्स बेहद ही अट्रैक्टिव थे । कद लगभग 6 फीट 3 इंच का रहा होगा । उसकी पर्सनालिटी किसी ग्रीक गॉड से काम नहीं थी ।

उस आदमी ने विक्टर को जाने का इशारा किया ।तो विक्टर तुरंत ही वहां से इस तरह गायब हुआ मानो वह कभी वहां पर था ही नहीं । भला कौन उस हैवान के गुस्से का शिकार बनना चाहता था ।

उस आदमी ने अब उस लड़की को देखा । और सोफे से उठ खड़ा हुआ । वह बड़ी गहराई से उसे देख रहा था । और उसने जाकर अचानक ही उस लड़की को अपनी बाहों में उठा लिया । और उसे लेकर ऊपर की तरफ बढ़ गया ।

वह उस लड़की को लिए मास्टर बेडरूम में आया । और उसे धीरे से उस बेड पर लेटा दिया । मानो वह कोई इंसान ना होकर कांच की गुड़िया हो ।

उस आदमी ने गहरी सांस भरी और खुद वॉशरूम में चला गया ।

अभी कुछ देर ही हुई थी । कि अचानक ही वह लड़की एक जोर की चीख के साथ उठ बैठी, “नहींईई ।”

वह हाफ रही थी । चेहरे पर बेहद पसीना था । उसे जैसे ही अंदाजा हुआ कि वह किसी अनजान जगह पर है तो वह घबराकर चारों तरफ देखने लगी । वह बेहद ही आलीशान कमरा था । चारों तरफ ग्रे कलर के शेड से दीवारें पेंट की गई थी । और सामने की दीवार पर एक बड़ी सी फोटो लगी हुई थी । जिसमें वही आदमी मौजूद था । उस आदमी की फोटो देख कर वह लड़की हैरान रह गई।  उसके पैरों तले से मानों जमीन ही खिसक गई हो ।

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क्या होगा आगे । कौन था आखिर यह आदमी । क्या दुश्मनी थी उसकी उस लड़की और उसके पति से । और आखिर क्या पता करना चाहता था वह आदमी । क्या वह लड़की हमेशा के लिए उसे हैवान की कैद में रह जाने वाली थी । जानने के लिए पढ़ते रहिए यह कहानी “His sweet angel”

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To be continued । । । । । ।

✍️ Riya Sirswa